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लेखक:

जीलानी बानो

जन्म : 14 जुलाई 1936 ई.

 

जीलानी बानो का जन्म बदायूँ उत्तर प्रदेश में हुआ और पालन-पोषण हैदराबाद में। आपके पिता हैरत बदायूनी एक जाने माने कवि और विद्वान थे। घर बौद्धिक चर्चाओं का केन्द्र था। प्रगतिशील लेखक संघ की गतिविधियां अपने चरम बिन्दु पर थीं। उस्मानिया युनिवर्सिटी में प्रगतिशील लेखन एक आंदोलन का रुप ले रहा था।

महिला लेखिकाओं में इस्मत चुगताई और रशीद जहाँ ने जीलानी को विशेष रूप से प्रभावित किया और आपने अठारह वर्ष की आयु में पहली कहानी ‘मोम की मरियम’ लिखी। सन् 1954 में यह कहानी छपी तो साहित्यिक दायरों में अनायास ही चर्चा और सराहना का विषय बन गई। कृश्न चन्दर, ख्वाजा अहमद अब्बास और अहमद नदीम कासमी ने कहानी की प्रशंसा की जिससे लेखिका का उत्साह बढ़ा और इस तरह वे सृजन की दिशा में अग्रसर हुईं। समसामयिक पत्र-पत्रिकाओं में आपकी कहानियाँ छपने लगीं।

कृतियाँ -

कहानी संग्रह - निर्वान (1965), रोशनी के मीनार (1958), पराया घर (1979), ऐवान-ए-ग़ज़ल (1967), जुगनू और सितारे (1965), नगमे का सफर (1977) रोज का किस्सा (1987), सूखी रेत (2001)

उपन्यास - बारिश-ए-संग (1984)

सम्मान एवं पुरस्कार - सोवियत लैण्ड नेहरू एवार्ड (1985), मोदी गालिब एवार्ड (1979), दोशाज़ा एवार्ड (1980)

10 प्रतिनिधि कहानियाँ (जीलानी बानो)

जीलानी बानो

मूल्य: Rs. 125

प्रस्तुत हैं जीलानी बानो की दस प्रतिनिधि कहानियाँ...   आगे...

गुड़िया का घर

जीलानी बानो

मूल्य: Rs. 130

उर्दू की प्रतिष्ठित उपन्यासकार जीलानी बानो के चार लघु उपन्यासों का संग्रह...   आगे...

सूखी रेत

जीलानी बानो

मूल्य: Rs. 150

सूखी रेत कहानियाँ स्त्री-जीवन के उस मरुस्थल को प्रतिबिम्बित करने की कहानियाँ हैं...   आगे...

 

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